इण्डियन
ई अछि नेपालक जनकपुरधाम। विवाह मंडपक फुलवाड़ीमे युक्लिप्टसक गाछ देखि ऋषि वशिष्ठ बजलाह- ई तेजपातक गाछ अछि की?
हम नजरि पड़िते चिन्ह गेलौं आ बजलहुँ- नै-नै भाय, ई तेजपात नै, युक्लिप्टस अछि। एकर पातकेँ मीरकेँ सुंघलासँ विक्स जकाँ गमकैत अछि।
वशिष्ठजी पात तोड़बाक लेल अपन डेग उठौलनि कि नजरि पड़ि गेलनि विष्ठाक चोतपर आ बजलाह- “लगैए एत्तौ इण्डियन आबै छै। नै? ”
नीक विहनि कथा
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