धैर्य
इंग्लैंडक प्रसिद्ध विद्वान टामस कूपर अंग्रेजीक शब्दकोष
तैयार करैत रहथि। काजमे कूपर तेना ने लीन भऽ गेल रहथि जे घरक कोनो सुधिये-बुधिये ने
रहनि। पत्नीकेँ घरक सरंजाम जुटबैमे परेशानी होन्हि, तँए ओ पतिपर खूब बिगड़थि। मुदा
तकर कोनो असरि कूपरकेँ नै होन्हि। एक दिन कूपर कतौ गेल रहथि, तइ बीच पत्नी खिसिया कऽ शब्दकोषक
सभ काॅपी जरा देलकनि। जखन ओ घुमि कऽ एलाह तँ देखलखिन जे वर्षोक मेहनति
जरि गेल। मुदा धैर्य एत्ते प्रवल रहनि जे एक्को मिसिया तामस नै उठलनि। ने एक्कोरत्ती पत्नीपर
बिगड़लखिन आ ने अफसोस केलनि। मुस्कुराइत सिर्फ एतबे कहलखिन- “आठ बर्खक काज अहाँ आरो बढ़ा देलौं।”
No comments:
Post a Comment