Thursday, April 12, 2012

असिरवाद उलटि गेल :: जगदीश मण्‍डल


असिरवाद उलटि गेल

एक गोटेकेँ दूटा बेटा छलै। दुनूक बीच तीन बर्खक जेठाइ-छोटाइ छलै। गामेक स्कूलमे दुनू भाँइ पढ़बो केलक। अपर प्राइमरी स्कूल रहने दुनू-भाँइ पचमे तक पढ़लक। बाप-माए दुनू बेटाक बि‍आह क देलक। जाबे धरि छोटका बेटाक दुरागमन नै भेल छलै ताबे धरि तँ परिवार शान्त रहलै, मुदा छोटकाक दुरागमन होइते परिवारमे खटपट शुरू हुअए लगलै। एक्को दिन एहेन नै होय जइ दिन दुनूक बीच झगड़ा नै होइत। सभ दिन दुनू दियादनीकेँ झगड़ा करैत देखि‍ बापकेँ बरदास नै भेलै। दुनू बेटाकेँ बजा बाप कहलकै- बौआ, सभ दिन झगड़ा केने घरसँ लक्ष्‍मी पड़ा जेथुन तँए अखन हमहूँ जीबते छी दुनू भाँइ भीन भ जाह। जे चीज छह दुनूकेँ बाँटि दइ छिअह।
जेठका बेटाकेँ नगद आ जेवर-जात हिस्सा भेलै आ छोटकाकेँ दू बीघा खेत आ बड़द भेलै। दुनू भाँइ खुशीसँ भीन भऽ गेल। नगद आ गहना-गुरिया पाबि जेठका खूब एेश-मौज करए लगल।
दुनू परानी छोटका दिन-राति मेहनति‍ करए। गामक लोक जेठकाकेँ करमगर आ छोटकाकेँ करमघट्टू कहए लगलैक।
समए बीतए लगलै। दुइये सालक बाद पाशा पलटए लगलै। जेठका बेटाक रुपैयो आ गहनो सठि गेलै मुदा छोटकाक उन्नति हुअए लगलै। नगद आ जेबर सठने जेठका चोरि करए लगल। एक दिन चोरि करए गेल तँ घरेमे पकड़ा गेल। जइसँ मारियो खूब खेलक आ जहलो गेल।
गामक लोकक असिरवाद उनटए लगल। जही मँुहसँ जेठकाकेँ करमगर आ छोटकाकेँ करमघट्टू कहैत छलै ओही मँुहसँ लोक जेठकाकेँ करमघट्टू आ छोटकाकेँ करमगर कहए लगलैक।

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