Thursday, April 12, 2012

नारी सम्मान :: जगदीश मण्‍डल


नारी सम्मान

नेपोलियन बोनापार्ट अपन टुइ-लेरिस नामक महलमे स्नान-घरक मरम्मत करबैले सचिवकेँ कहलखिन। सचिव महलक अधिकारीकेँ फ्रान्सक कुशल कारीगरकेँ बजा मरम्मत करैले कहलकै। कारीगर आबि मरम्मत करए लगलै। जखन मरम्मत भ गेलै तखन नारीक नग्न चित्र सभ सेहो बना देलकै।
नेपोलियन नहाइले गेलाह। नहाइसँ पहिने चित्र सभ देखलखिन। चित्र देखि‍ नेपोलियन चोट्टे घुमि‍‍ क आबि अधिकारीकेँ बजौलखिन। अधिकारी आएल। हृृदैक क्रोधकेँ दबैत नेपोलियन अधि‍कारीकेँ कहलखि‍न- नारीकेँ प्रति‍ष्‍ठा देब सीखू। स्‍नान घरमे जे नारीक नग्‍न चि‍त्र बनबौने छी ओ नि‍न्‍दनीय अछि‍। जइ देशमे नारीकेँ वि‍लासक साधन बनाओल जाएत ओइ‍ देशक बि‍नाश नि‍श्चि‍‍त हेतै।
नेपोलि‍यनक आदेश सुनि‍ अधि‍कारी कारीगरकेँ बजा सभ चि‍त्र मेटि‍बौलक।

No comments:

Post a Comment