Thursday, April 12, 2012

सौन्दर्य :: जगदीश मण्‍डल


सौन्दर्य

संगीतकार गाल्फर्ड लग पहुँचि‍ एकटा शिष्या अपन मनक बेथा कहए लगलनि कुरुपताक कारणे संगीतक मंचपर पहुँचते मनमे अाबए लगैत अछि जे आन लड़कीक अपेक्षा दर्शक हमरा नापसन्द कऽ हँसी उड़बैत अछि। जइसँ सकपका जाइ छी। गबैक जे तैयारी केने रहै छी ओ नीक जकाँ नै गाबि पबै छी। वएह गीत घरपर बढ़ियाँ जकाँ गबै छी मुदा मंचपर पहुँचते की भऽ जाइत अछि जे हक्का-बक्का भ जाइ छी।
शिष्याक बात सुनि गाल्फर्ड एकटा नमगर-चौड़गर अइना ल, आगूमे रखि, गबैक विचार दैत कहलखिन- अहाँ कुरुप नै छी, जेना मनमे होइए। गीत गौनिहारिकेँ स्वरक मिठास हेबाक चाही जेकरा कुरुपतासँ कोनो संबंध नै छै। जखन भाव-विभोर भऽ गाएब तखन अहाँक आकर्षण बढ़ि जाएत। कि‍यो सुनिनिहार कुरुपतापर धि‍यान नै स्वरपर धि‍यान देत। जइसँ मनक हीनता समाप्त भऽ जाएत आ आत्म-विश्वास बढ़ि जाएत
फ्रान्सक वएह गायिका मेरी वुडनाल्ड नाओंसँ प्रख्यात भेलीह।

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