Thursday, April 12, 2012

स्वाभिमान :: जगदीश मण्‍डल


स्वाभिमान

सुभाष चन्द्र बोस स्कूलक पढ़ाइ समाप्त क कओलेजमे नाओं लिखाैलाह। ओइ कओलेजमे अंग्रेजीक शिक्षक अंग्रेज छल। नाओं छलनि सी.एफ. ओटन। ओहुना सत्तामे रहनिहारक बोली जनताक बोलीसँ भिन्न होइत छैक। मुदा ओटनमे आरो बेसी रोब छलैक। बात-बातमे ओ भारतीय जिनगीक मजाक उड़बैत छलाह। भारतवासीक जिनगीक प्रति घृणा पैदा करब ओ अपन बहादुरी बुझै छल।
सुभाषबाबूकेँ ओटनक बेवहार पसिन्न नै होन्‍हि‍। मुदा विद्यार्थी रहने मन मसोसि क रहि जाथि। एक दिन वर्गेमे सुभाष बैसल रहथि। ओटन भारतवासीक प्रति व्यंग्य करए लगल। व्यंग्य सुनि सुभाषक हृदैमे आगि धधकए लगलनि। क्रोधे ओ बेकाबू भऽ गेलाह। अपन जगहसँ उठि आगू बाढ़ि ओटनक गालमे कसि कऽ दू थापर लगबैत कहलखिन- भारतवासीमे अखनो स्वाभिमान जीबैत छै। जँ कि‍यो ऐ बातकेँ बिसरि चुनौती देत तँ एहिना मारि खाएत।

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