Saturday, June 15, 2013

दू नम्बरक पाइ



अ०, “एहि बेरक पूजामे तँ एसगर मिशरजी एकाबन हजारक चंदा देलखिन्ह ।“
ब०, “देबए दियौंह, बहुते दू नम्बरक पाइ जमा कए कऽ रखने छथि ।“
स०, “ यौ भाइ, पाइ कएखनो दू नम्बरक भेलैए आ यदि होइतो छै तँ सभ कियो एकरा कमेए चाहैए मुदा बात ओहे जखन तोरअ नहि हुए तँ अंगूर खट्टा, तेनाहिते जखन अप्पने नहि कमा सकलहुँ तँ सामने वलाक पाइ दू नम्बरक देखाइ दै छैक ।“

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