Tuesday, June 4, 2013

गरीब

विहनि कथा-43
गरीब

- यौ मुखिया जी हमरोपर कने धियान दियौ ।
- केहन धियान राजा बाबू ?
- कोनो भरीगर नै अछि ।कने बी॰पी॰एल॰मे हमरो नाम जोड़ि दियौ ।
- ओ तँ गरीबक लेल छै ।अहाँ तँ इलाकाक धनाढ्य छी ।
- ताहिसँ की ? बड पैघ गरीब छी हम ।जकरा अहाँ गरीब कहै छियै ओकरा तँ सब साँझ 200 टका हम मजदुरी दै छियै ।ई तँ ओकर कमाइ भेलै तखन ओ गरीब कोना हेतै ?
- अहाँकेँ पाइ अछि तखन ने मजदुरी दै छीयै ?
- हम थोड़े कमाइ छी ।ओकरे कमाइ ओकरा दै छियै तेँ हम गरीब छी ।हमर नाम जोड़ि दिअ एक चौथाइ अहाँकेँ देब ।
- ठीक छै ।नाम जुटि जाएत ।गरीबहा सब तँ हमरा देत नै. तखन हमरा कोनो कुकुर काटलक अछि जे ओकर नाम जोड़बै ।

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