बीहनि कथा
बीहनि कथा मैथिली बीहनि कथाक पहिल जालवृत्त/ संस्कारक खोज थिक बीहनि कथा (विदेह पेटारसँ)
Pages
Home
विहनि कथा आलेख
Sunday, June 9, 2013
जीवन
“कि सदिखन मुँह लटकोने रहै छी । खुस रहुँ, जीवनकेँ नीकसँ जीबू ।“
“आब यमराज हमर केबार खटखटा रहल छथि एहि अवस्थामे बेसी जीबे कए की करब ।“
“तँ मइरे कए की कए लेब, जतेक दिन छी जीवनकेँ जीवन जकाँ जिबू ।“
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment