ब्याहक पन्द्रह बर्ख बाद सा० हमर पर्स केर तलाशी
लैत, “सभ कियो अप्पन अप्पन पर्समे अपन कनियाँक फोटो रखने रहैए मुदा अहाँ.....!”
“पर्समे फोटो रखैक बेगरता
ओकरा परै छैक जकरा अपन कनियाँक छबी इआद नहि भेल होए, हमरा तँ अहाँक छबी हमर आँखिक
रस्ता होइत हमर करेजामे जा बसल अछि। एहनठाम ई कागजक फोटो राखैक की बेगरता।”
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