Thursday, July 25, 2013

मरबाक इच्छा

125. मरबाक इच्छा

आपरेशन थियेटरसँ एक्कै टा आवाज बहराइत छल "हमरा मरि जाए दिअ ...जाउ अहाँ सब...मरऽ दिअ ... ।"
बेडपर तीस वर्षक युवक सैनिकक ड्रेसमे पड़ल चिचियाइत छल, मरऽ दिअ...।डॉक्टर ओकरासँ पुछलकै "मात्र एक गोली लगनेपर आप मरना चाहते हैं ? इससे पहले तो सीमापर दस-दस गोली लगनेपर भी हँस रहे थे ।फिर आज इतना दर्द क्यों ?"
सैनिक जबाब देलकै "सर, ओहि बेर दुश्मन गोली मारने छल तेँ बेसी दर्द नै भेलै, मुदा...एहि बेर तँ अपन लोक मारलक उहो पाछूसँ तेँ दर्द असनिय भऽ गेल अछि आ मरबाक इच्छा जागि गेल अछि ।"

अमित मिश्र

No comments:

Post a Comment