Monday, July 22, 2013

गुरू दक्षिणा

119. गुरू दक्षिणा

इलाका भरिमे सूरज चर्चाक विषय बनल छै ।आखिर गुरू दक्षिणामे दस लाख टाका देनाइ कोनो हँस्सी-ठट्ठा नै छै ।सभक मुँहपर सूरजक लेल प्रसन्सा छै, मुदा... ।मुदा सूरज एकातमे अपन गुण्डा सन दोस्तक संग बतिया रहल छल "रौ, सूनै जो, आइ अधरतियामे हमर गुरूदेवसँ सबटा दक्षिणा छीन लिहें ।"
एकटा छौड़ा पुछलक "एना किए? तूँहीं दान देलहीं आ तूँहीं छीनै लेल कहै छें ?"
सूरज उत्तर देलक "दुर बुरबक, नै बुझलहीं ।ई तँ देखाबा छलै ।ई तँ काला धनकेँ उज्जर बनेबाक उपाय छै ।"

अमित मिश्र

No comments:

Post a Comment