“कि बाबा हमरा हिसाबे गाममे अहाँ एतेक पैघ परिवार
केकरो नहि हेतैक |”
“हाँ से तँ ठीके, दुनू प्राणी अपने, चारि-चारिटा
बेटा पुतहु, १३ टा पोता-पोती, चारिटा पर-पुतहु, तीनटा नतिन जमेए, ९ टा परपोता
परपोती | सभ कियो मिला कए ३९ गोटेक भरल-पुरल परिवार मुदा की लाभ ? सभ प्रदेश जा कए अपन- अपन
पेट पोसएमे लागल अछि हम बुढ़बा बुढ़िया एतए गाममे अपने हाथ झरकाबाबै छी |”
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