Tuesday, May 28, 2013

जोगार

विहनि कथा-34
जोगार

- की यौ सर, सुनलौं कम्पनीसँ कर्मचारीकें हटाओल जा रहल छै ?
- ठीके सुनलौ रानी, मुदा एहिसँ अहाँकें कोन लेना-देना अछि ?
- डर अछि जे कहीं हमरो नै हटा देल जाए ।
- जे काजमे कमजोर छै तकरा हटाओल जाएत, अहाँकें तँ . . . ।
- काज तँ हमहूँ कम्मे करै छी सर ।
- दिनका काजमे रतुको काज जोड़ि दियौ ।तखन बेसी भऽ जेतै ।
- हँ, एहि कम्पनीमे रहबाक लेल तँ रतुके काज जोगारक काज करै छै ।
- अहाँ तँ सब बुझिते छी ।फूलक बिछौन बिछा कऽ राखब ।आइ राति आबि जाएब ।भोरे अहाँक नोकरी पक्का ।

अमित मिश्र

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