फेकना | माए बाऊ की नाम रखलकै गाममे केकरो नहि बुझल आ किंचीत ओकरा अपनों इआद होए की नहि | ओ एहि उपनामसँ गाम भरिमे जानल जाइत छल | खेतिहर मजदूर मुदा जीवन भरि उर्मील बाबूक छोरि दोसरकेँ खेतमे काज नहि कएलक | हुनके जमीनपर जनमल आ हुनक एवं हुनके परिवारकेँ जीवन भरि सेबा करैत एहि संसारसँ अपन पार्थिक शरीर छोरि बिदा भए गेल | जेकर जन्म भेलैक ओकर मृत्यु निश्चिन्त छैक एहि सत्यकेँ मोन राखि फेकनाक समांग सब ओकर अन्तिम क्रियाक तैयारीमे लागि गेल |
उर्मिल बाबू नोत पुरै लेल दोसर गाम गेल रहथि | गामक सीमामे पएर राखिते मांतर कएकरोसँ फेकनाक मृत्युक समाचार भेट गेलन्हि | सुनि दुखी मोने घर दिस डेग झटकारलन्हि | किछु दूर एला बाद रस्तेमे हुनका फेकनाक शवयात्राक दर्शन भेलन्हि | फेकनाक समांग सभ हुनका देख ठमैक गेल | उर्मिल बाबू चटे जा कए फेकनाक झाँपल मुँह उघारि ओकर मुँह देखला आ नम आँखिसँ फेकनाक बेटासँ पूछलथि, "अग्निदाहकेँ व्यबस्था कतए छैक |"
" ठूठी गाछीमे मालीक |"
" दूर बुरि कहिंके, कनीक हमरो आबैक इंतजार तँ करै जैतअ, जीवन भरि हमर जमीन पर काज केलक आ आब मूइला बाद ठूठी गाछी.... | चलअ हमर कsलम चलअ, हमर कsलममे नहि जगहकेँ कमी अछि आ नहि गाछक ओतए दुनूक व्यबस्था छैक " ई कहैत उर्मिलबाबू आगू-आगू आ सभ हुनक पाछु-पाछु हुनकर कsलम दीस बिदा भए गेल |
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जगदानन्द झा 'मनु'
उर्मिल बाबू नोत पुरै लेल दोसर गाम गेल रहथि | गामक सीमामे पएर राखिते मांतर कएकरोसँ फेकनाक मृत्युक समाचार भेट गेलन्हि | सुनि दुखी मोने घर दिस डेग झटकारलन्हि | किछु दूर एला बाद रस्तेमे हुनका फेकनाक शवयात्राक दर्शन भेलन्हि | फेकनाक समांग सभ हुनका देख ठमैक गेल | उर्मिल बाबू चटे जा कए फेकनाक झाँपल मुँह उघारि ओकर मुँह देखला आ नम आँखिसँ फेकनाक बेटासँ पूछलथि, "अग्निदाहकेँ व्यबस्था कतए छैक |"
" ठूठी गाछीमे मालीक |"
" दूर बुरि कहिंके, कनीक हमरो आबैक इंतजार तँ करै जैतअ, जीवन भरि हमर जमीन पर काज केलक आ आब मूइला बाद ठूठी गाछी.... | चलअ हमर कsलम चलअ, हमर कsलममे नहि जगहकेँ कमी अछि आ नहि गाछक ओतए दुनूक व्यबस्था छैक " ई कहैत उर्मिलबाबू आगू-आगू आ सभ हुनक पाछु-पाछु हुनकर कsलम दीस बिदा भए गेल |
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जगदानन्द झा 'मनु'
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