बेमार बुढ मायक ठीका अहीं
लेने छी, औरो बेटा छन्हि ने, हुनकर कनियाँ सभ चैनसँ
रहथि आ हम बुढ आ बच्चामे परेशान रहू। ई नै हएत।
कनियाँक बात सुनि हम
सोचलहुँ जे छोटकाकेँ फोन कऽ कहि देब जे मायकेँ छ महिना अपना लग
राखि लहक ,तोरो तँ माय छथुन्ह्।
तखने बचपनक एकटा बात मोन
पड़ि गेल ,बच्चामे दुनु भाय झगड़ा करैत छलहुँ जे हम्मर
माय-हम्मर माय आ आब ओकरासँ पिन्ड छोड़ा रहल छी तोहर माय -तोहर माय।
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