Saturday, June 8, 2013

आरोही

72. आरोही

- हमरासँ दूर रहू पापा, हम अहाँसँ रूसल छी ।
- कोन गलती केलौं हम जे राजा बेटा रूसल अछि ।
- अहाँ हमरा विडियो गेम नै आनि देलौं आ बबलू चाचा अपन बेटाकेँ कमप्यूटर कीन देलनि ।
- हम सब गरीब छी ने ।ओ तँ अमीर छथि ।
- ओ औंठा छाप छथिन आ अहाँ बी॰ए॰ पास ।तखन ओ अमीर किए ?
- बेटा, बेसी पढ़ि लेलापर सब काज करबाक इच्छा नै होइ छै ।मुर्ख लोक बोरो उठा लेत मुदा पढ़ल लेल ई काज इज्जतपर पड़तै। इएह कारण छै बेटा जे विद्वान अवरोही बनल छै आ औंठा छाप सब आरोही बनि समाजमे चमकै छै ।

अमित मिश्र

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