Friday, June 7, 2013

इनभेस्टमेन्ट

विहनि कथा- 63
इनभेस्टमेन्ट

- छोटू भाइ, किए रौदमे कपड़ा बेच-बेच चाम कारी करै छऽ ।अरामसँ ठण्ढ़ामे बैस कऽ तास खेलऽ ।
- नै भाइ, तास खेलबाक फुरसत नै छै ।बाबूक दबाइ निंघटि गेलै ।घूमि-फिर कऽ किछु बेच लेब तँ दबाइ भऽ जेतै ।
- लोक तँ बुढ़ माए-बापकेँ दबाइ अनठेने रहै छै ।देरीसँ इलाज हेतै तँ जल्दी छुआछन भेंटि जेतै ।तूँ किए अगुताएल रहै छऽ ।
- नै बुझलहो भाइ ।ई इनभेस्टमेन्ट छै ।आइ हमरा सेवा करैत हमर बेटा देखतै तखने ने काल्हि ओ हमर सेवा करतै ।बुझलऽ. . . ।

अमित मिश्र

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