Monday, May 27, 2013

चानबाइ




“चानबाइ, माय डार्लिंग, एकटा तोरे लग आबि सगुण भेतैए बाँकी तँ दुनियाँ सभ मतलबकेँ अछि | बाबूकेँ महिने महिने तनखा जँ नहि दियौ तँ निक्कम्मा हरामी | माएलग कनियाँकेँ गरियाबू नहि तँ जोरुक गुलाम | कनियाँकेँ नव नव गहना दियौ आ माएक बुराइ सुनू नहि तँ डरपोक | हम भरि जीवन सभक सुनिते रहू हमर कियोक नहि सुनत | बस, एकटा चानबाइ, एहिठाम कोनो शिकाइत नै, कोनो कमी नै, मात्र हम आ चानबाइ दोसर केकरो गप्प नहि | आइ लव यू चानबाइ, (बोतल हिलाबैत) ई की चानबाइ, नै तुँहूँ रुसि रहलअ, एतेक जल्दी खत्तम |”
अपने खसल धम्म, दोसर कात चान मार्काक देशी दारूक खाली बोतल गूरकल |

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